हिंदू धर्म से तुलसी के पौधे का बेहद गहरा नाता है। यही कारण है कि यह भारत के अधिकांश घरों में मिल जाता है।

लेकिन क्‍या आप जानते हैं कि तुलसी का पौधा भारत देश में पूज्‍य होने के साथ ही कई औषधीय गुणों का भंडार भी माना जाता है? 

आज हम आपको तुलसी के फायदे और नुकसान के साथ ही इसके औषधीय गुणों और उपयोग के बारे में विस्‍तार से बता रहे हैं। 

अगर कोई व्‍यक्ति रोजाना तुलसी के 4 से 5 पत्‍तों का सेवन करता है तो उसके मस्तिष्‍क की कार्यक्षमता तेज होती है और व्‍यक्ति की याद्दाश्‍त भी तीव्र होती है।

अगर किसी को सर्दी जुकाम की शिकायत है और गले की समस्‍या जैसे गले में खराश है तो उसके लिए भी तुलसी की पत्तियां बेहद फायदेमंद मानी जाती हैं।  

तुलसी के पौधे को इम्‍यूनिटी बूस्‍टर माना जाता है। इसका नियमित रूप से सेवन करने पर आपके शरीर की रोग प्रतिरोधकर क्षमता बढ़ती है। 

अक्‍सर डायबिटीज के मरीजों को तुलसी के उपयोग की सलाह दी जाती है। यह आपके ब्‍लड सुगर को कंट्रोल करने में सहायक है।

तुलसी के बीज की सहायता से कब्‍ज से छुटकारा पाया जा सकता है। वहीं पेट की अन्‍य समस्‍याओं में तुलसी के पत्‍ते बेहद फायदेमंद होते हैं।

तुलसी में अर्सोलिक एसिड पाया जाता है। अर्सोलिक एसिड में एंट्रीइंफ्लामेंट्री गुण पाए जाते हैं, जो सूजन की समस्‍या से छुटकारा दिलाने में मददगार होते हैं।

मलेरिया की समस्‍या होने पर तुलसी के पत्‍तों का काढ़ा जरूर पीना चाहिए। इसका दिन में तीन बार सुबह, दोपहर और शाम को सेवन करना चाहिए। 

तुलसी का पौधा बुखार की समस्‍या में भी फायदेमंद साबित होता है। सही तरीके से इसका इस्‍तेमाल करने से बुखार की समस्‍या में राहत मिलती है।

तुलसी के फायदे अपनाने से पहले इसकी सही तरह से जानकारी कर लेना आवश्‍यक है। अत: विस्‍तार से जानकारी के लिए नीचे दिए लिंक पर जाएं।