पत्थरचट्टा या अजूबा का पत्ता या पौधा हेल्थ के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है। आयुर्वेद में भी अजूबा या पत्थरचट्टा के विशेष औषधीय गुणों के बारे में बताया गया है।
अगर किसी व्यक्ति को किडनी से संबधित कोई भी समस्या है, तो उसके लिए अजूबा का पौधा या इसके पत्ते (Ajooba ka patta) बेहद फायदेमंद होते हैं।
किडनी में पथरी की समस्या को जड़ से मिटाने में सक्षम है अजूबा। इसके लिए पत्थरचट्टा का गरम पानी के साथ रोज खाली पेट सेवन करना चाहिए।
अगर किसी व्यक्ति को पेट में ऐंठन या फिर दर्द की शिकायत रहती है तो उसे अजूबा के पत्ते का रस सोंठ के चूरन में मिलाकर खाना चाहिए।
पित्ताशय में पथरी की समस्या वाले व्यक्ति अजवाइन और अजूबा के पत्तों को पीसकर पेस्ट बना लें, अब इसमें एक चम्मच गोखरू मिलाकर सुबह खाली पेट सेवन करें।
अगर किसी व्यक्ति को योनि से संबधिंत कोई रोग है तो उस व्यक्ति को एक गिलास पानी में 10 अजूबा के पत्तों को उबालकर काढ़ा बनाना चाहिए।
इस काढ़े का रोजाना सुबह खाली पेट सेवन करने से योनि से संबधिंत किसी भी तरह की जटिल से जटिल समस्याओं से राहत मिलती है।
पत्थरचट्टा या अजूबा के पौधे का पणपुट्टी और भष्मपथरी के नाम से जाना जाता है। वहीं मेडिकल सांइस में इसे ब्रायोफिलम पिन्नाटम कहा जाता है।
अगर आप यहां दी गई किसी भी समस्या से ग्रसित हैं तो आप इन उपायों को अपना सकते हैं, लेकिन इन उपायों के साथ आपको कुछ परहेज भी ध्यान से करने हैं।
पत्थरचट्टा का सेवन आपको कई तरह के फायदे पहुंचाता है, लेकिन इससे कई नुकसान भी संभव हैं। विस्तार से जानने के लिए नीचे लिंक पर जाएं।