कलौंजी को ‘आशीष के बीज’ के नाम से भी जाना जाता है। इसके साथ ही इसे काला बीज या काला जीरा का नाम भी मिला हुआ है।

कलौंजी को कलयुग की संजीवनी बूटी भी कहा जाता है। दरअसल कलौंजी या काले बीजों को सबसे महत्‍वपूर्ण चिकित्‍सकीय हर्ब माना जाता है।  

कलौंजी को पोषक तत्‍वों का भंडार माना जाता है। इसमें 35 फीसदी कार्बोहाइड्रेट, 21 फीसदी प्रोटीन और 35 से 38 फीसदी तक वसा होती है। 

कलौंजी में कई प्रकार के विटामिन जैसे विटामिन ए, बी, सी, बी12 और नियासिन भी पाए जाते हैं। कलौंजी में 100 से भी ज्‍यादा महत्‍वपूर्ण पोषक तत्‍व पाए जाते हैं। 

कलौंजी आपके डायबिटीज लेवल यानी आपकी ब्‍लड शुगर को कंट्रोल में रख सकती है। 

अपने शुगर लेवल को कंट्रोल में रखने के लिए आप नियमित रूप से कलौंजी का सेवन कर सकते हैं। 

इसके लिए सबसे पहले कलौंजी के बीजों को कूट लें, फिर उसे एक गिलास पानी में मिलाकर पीने से फायदा होगा।

आप एक चम्‍मच कलौंजी को एक गिलास पानी में मिलाकर उसे उबालकर भी पी सकते हैं। इससे भी शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है। 

आप इनमें से किसी एक तरीके का ही प्रयोग करें। वहीं इन उपायों का प्रयोग करने से पहले आप अपने चिकित्‍सक से परामर्श जरूर कर लें। 

किसी भी तरह से कलौंजी का सेवन करने से पहले इसके फायदे और नुकसान जरूर जान लें। नीचे दिए लिंक पर जाएं।