(Karela Ke Fayde Aur Nuksan, करेला के फायदे और नुकसान, करेला के औषधीय गुण, Bitter Gourd Benefits in Hindi, Bitter Gourd Side Effects in Hindi)
करेला खाने में भले ही कड़वा होता है लेकिन करेला के औषधीय गुण जानकर आप इसे खाए बिना शायद ही रह पाएं। दरअसल मधुमेह रोगियों के लिए करेला रामबाण औषधि के रूप में काम करता है। यह जितना ही ज्यादा कड़वा होता है उतना ही सेहत के लिए फायदेमंद होता है। आइए आज जानते हैं करेला के फायदे और नुकसान…

करेला क्या है – What Is Karela or Bitter Gourd in Hindi
करेला एक प्रकार की बेल है जिस पर लगने वाला फल स्वाद में कड़वा होता है। इस फल को ही मुख्यत: करेला कहा जाता है। करेले के कड़वे स्वाद के कारण लोग इसे ज्यादा पसंद नहीं करते लेकिन करेला खाने के फायदे जानकर इसका सेवन जरूर करते हैं। करेले का सेवन जूस के रूप में, या सब्जी बनाकर, या इसे उबालकर किया जा सकता है। वहीं कई लोग कच्चे करेले का भी सेवन करते हैं।
करेला के अन्य नाम – Karela In Other Languages
करेले का वानस्पतिक नाम मोमोर्डिका चारंशिया (Momordica charantia) है। यह कुकुरबिटेसी कुल का होता है। दुनिया में इसे कई अन्य नामों से भी जाना जाता है।
Karela in Hindi | करेला, करइला, करैला और करेली |
Karela in English | बिटर गॉर्ड (Bitter gourd), बिटर स्क्वैश (Bitter squash), वाइल्ड कुकुम्बर (Wild cucumber) व बालसम पियर (Balsam pear) |
Karela in Sanskrit | कारवेल्ली, बृहद्वल्ली, वारिवल्ली, पीतफला, सूक्ष्मवल्ली, पीतपुष्पा, कण्टफला, कारवेल्लक, अम्बुवल्लिका, कटिल्लक |
Karela in Tamil | पावल (Paval), पावक्कयी (Pavakkayi), पावक्काचेडी (Pavakkachedi) |
Karela in Telugu | पाकल (Pakal), उरकाकरा (Urkakara), काकरा (Kakra) |
करेला के फायदे और नुकसान – Karela Ke Fayde Aur Nuksan
एक तरफ जहां करेला खाने के फायदे कई सारे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ इससे कुछ नुकसान भी संभव हो सकते हैं। दैनिक आहार में शामिल करने से पहले जान लीजिए क्या हैं करेला खाने के फायदे (Karela Ke Fayde Aur Nuksan)…
शुगर लेवल कंट्रोल में रखता है करेला
जो लोग हाइपरग्लेसेमिया या हाई शुगर की बीमारी से ग्रसित होते हैं, उनके लिए करेला किसी रामबाण इलाज से कम नहीं है। रोज सुबह खाली पेट करेले का जूस पीने से शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है। वहीं अगर किसी को करेले का जूस पीने में दिक्कत हो तो उसमें शहद या सेब का रस भी मिलाकर सेवन किया जा सकता है। वहीं इसे गाजर के रस के साथ भी पी सकते हैं। शुगर के मरीजों को करेले के जूस के सेवन के बाद कम से कम एक घंटे तक कुछ भी खाना-पीना नहीं चाहिए। जानिए लहसुन के फायदे और नुकसान क्या हैं?
करेला वजन कम करने में है मददगार
जो लोग अपने बढ़े हुए वजन से परेशान हैं और उसे कम करना चाहते हैं, उनके लिए भी करेला और उसका जूस काफी लाभकारी साबित हो सकता है। शरीर में जब अतिरिक्त चर्बी जमा हो जाती है तो वो रसायनिक रूप से फैटी एसिड से जुड़ी श्रंखला बना लेती है। करेले में मौजूद एन्जाइम इस फैटी एसिड को तोड़कर फ्री फैटी एसिड में बदल देता है। इससे वजन घटने लगता है। वजन कम करने के लिए कम से कम दो हफ्तों तक रोज सुबह करेले के जूस का सेवन करें।
कैंसर से बचाव करता है करेला
करेले में कई औषधीय गुण मौजूद हैं। ये बात तो सभी जानते हैं, पर क्या आप ये जानते हैं कि करेला कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से भी हमें बचा सकता है। आयुर्वेद से जुड़े एक शोध में ये बात सामने आयी है कि करेले का उपयोग कैंसर के इलाज में भी किया जा सकता है। शोध में इस बात की पुष्टि की गयी है कि करेला कैंसर कोशिकाओं के निर्माण में बाधा डालता है। इससे कैंसर होने का खतरा भी कम हो जाता है। करेला पेट के कैंसर और प्रोस्टेट कैंसर से बचाव करने में सहायक है।
यहाँ इस बात का विशेष ध्यान रखें कि कैंसर एक गंभीर बिमारी है और करेला सिर्फ इससे बचाव में सहायता प्रदान कर सकता है। ऐसे में व्यक्ति डॉक्टरी इलाज को ही प्राथमिकता दें और डॉक्टर की सलाह पर ही करेले का सेवन करें।
गले संबंधी समस्या में फायदेमंद है करेला
कभी कभी ज्यादा जोर से चिल्लाने पर या ख़राब मौसम के कारण हमारा गला बैठ जाता है, या गले में सूजन आ जाती है और आवाज सही से नहीं निकलती। इस स्थिति में करेले की जड़ के पेस्ट को 5 मिलीग्राम तुलसी के रस में मिला कर सेवन करने से आराम मिलता है। वहीं अगर गले में सूजन आ गयी हो तो सूखे करेला के पाउडर को सिरके के साथ मिलाकर पेस्ट तैयार कर लें और इस लेप को गरमकर गले पर लगाएं, सूजन ठीक हो जाएगी।
करेला खाने के नुकसान – Karela Khane Ke Nuksan In Hindi
एक तरह जहां करेला हमारी सेहत के लिए कई मामलों में फायदेमंद है, तो वहीं दूसरी तरफ हमें यह भी याद रखना चाहिए कि इससे कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। दरअसल किसी भी चीज का जरूरत से ज्यादा सेवन हमारी सेहत बिगाड़ सकता है। ऐसा ही करेले के साथ भी है। आइए जानते हैं क्या हैं करेला खाने के नुकसान (Karela Ke Fayde Aur Nuksan)…
गर्भावस्था में न करें करेले का सेवन
करेले में ममोकैरिन नामक तत्व पाया जाता है। इसके सेवन से माहवारी के समय रक्तस्त्राव काफी बढ़ जाता है। ऐसे में यदि इसका सेवन गर्भावस्था के समय में किया जाए तो ये गर्भ में पल रहे शिशु के स्वास्थ्य पर भी विपरीत प्रभाव डाल सकता है। वहीं गर्भपात तक की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है। इसलिए गर्भवती महिलाओं को करेला या उसके जूस का सेवन नहीं करना चाहिए।
लिवर को पहुंचा सकता है नुकसान
जिन लोगों का शुगर लेवल बढ़ा रहता है। उनके लिए करेले का जूस काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। करेले के जूस से डाइबिटीज तो कंट्रोल में रहती है लेकिन इसके अधिक मात्रा में सेवन करने से लिवर पर काफी बुरा असर पड़ने लगता है। करेले में लैक्टिन नामक तत्व पाया जाता है जिसके अधिक मात्रा में सेवन से लिवर में एंजाइम बढ़ने लगते हैं। इससे लिवर को पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन नहीं मिल पाता और लिवर बीमार होने लगता है। तो यदि आप पहले से ही लिवर की समस्या से ग्रसित हैं तो करेले के उपयोग से पहले आपको डॉक्टर की सलाह अवश्य लेनी चाहिए।
हो सकती है डायरिया और उल्टी की समस्या
सभी जानते हैं कि करेले का स्वाद काफी कड़वा होता है। इसके कारण कई लोग इसे नहीं खा पाते और बच्चों को तो ये बिल्कुल भी नहीं पसंद आता। कई माता-पिता बच्चों को जबरन करेला खिलाने का प्रयास करते हैं। इससे उन्हें उल्टी या डायरिया जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
पेट बीमार कर सकता है ज्यादा सेवन
करेले के अधिक सेवन से आप हेमोलाइटिक अनीमिया का शिकार हो सकते हैं। इससे पेट दर्द, सिर दर्द और बुखार जैसी समस्या हो सकती है। किडनी के लिए भी करेले का ज्यादा सेवन हानिकारक सिद्ध हो सकता है। करेला के फायदे जानने के बाद अक्सर लोग इसकी कड़वाहट को भूलकर इसे अपने दैनिक आहार में शामिल कर लेते हैं। लेकिन अगर आप किसी भी चीज का सेवन आवश्यकता से अधिक करेंगे, तो उसके नुकसान भी हो सकते हैं। लोगों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि भले ही करेला गुणों से भरपूर है और इसमें कई औषधीय गुण हैं। लेकिन ये सिर्फ स्वास्थ्य समस्याओं के जोखिम और लक्षणों से बचाव कर सकता है।
यदि आप किसी गंभीर बिमारी से ग्रसित हैं तो डॉक्टरी इलाज को ही प्राथमिकता दें। करेला का सेवन करने से पहले इसके गुणों और इससे होने वाले नुकसानों (Karela Ke Fayde Aur Nuksan) के बारे में भी अवश्य जान लें।
FAQ’s
करेला का वानस्पतिक नाम क्या है?
करेले का वानस्पतिक नाम मोमोर्डिका चारंशिया (Momordica charantia) है।
करेला किस कुल से आता है?
करेला कुकुरबिटेसी कुल का होता है।
करेला का अंग्रेजी में क्या कहा जाता है?
करेला को अंग्रेजी में बिटर गॉर्ड (Bitter gourd), बिटर स्क्वैश (Bitter squash), वाइल्ड कुकम्बर (Wild cucumber) व बालसम पियर (Balsam pear) नामों से जाना जाता है।