भारत के दिग्गज क्रिकेटर राहुल द्रविड़ का ‘द वॉल’ के नाम से भी जाना जाता है। राहुल द्रविड़ जब भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय टीम में खेलते थे, तो विरोधी गेंदबाजों के लिए उन्हें आउट करना आसान नहीं होता था। यही कारण था कि उन्हें लोग ‘द वॉल’ कहकर बुलाने लगे। राहुल द्रविड़ ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में 164 टेस्ट मैच, 344 एकदिवसीय मैच और एक टी-20 मैच खेला है। अंतरराष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट में राहुल द्रविड़ ने भारत के लिए कुल 13,288 रन और एकदिवसीय मैचों में कुल 10,889 रन बनाए हैं। आइए आज जानते हैं राहुल द्रविड़ का जीवन परिचय (Rahul Dravid Biography in Hindi)
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राहुल द्रविड़ का जीवन परिचय – Rahul Dravid Biography in Hindi
पूरा नाम | राहुल शरद द्रविड़ |
निक नेम | द वॉल, दीवार, जेमी |
जन्म | 11 जनवरी 1973 |
आयु | 48 वर्ष |
जन्मस्थान | इंदौर, मध्य प्रदेश |
पिता का नाम | शरद द्रविड़ |
मां का नाम | पुष्पा द्रविड़ |
भाई | विजय द्रविड़ |
पत्नी का नाम | विजेता पेंढ़ारकर |
बच्चे | समित और अन्वय |
पेशा | क्रिकेटर |
टीम इंडिया में पद | हेड कोच (इंडियन क्रिकेट टीम) |
धर्म | हिंदू |
नेटवर्थ | 172 करोड़ रुपए |
शैक्षिक योग्यता | स्नातक (कॉमर्स) |
राहुल द्रविड़ का जन्म व माता-पिता
11 जनवरी 1973 के दिन राहुल द्रविड़ का जन्म मध्य प्रदेश के इंदौर में एक मराठा परिवार में हुआ था। राहुल द्रविड़ का परिवार कर्नाटक का रहने वाला है। राहुल द्रविड़ के पूर्वज तमिलनाडु के अय्यर (थंजावुर) थे। राहुल द्रविड़ के पिता का नाम शरद द्रविड़ है। वहीं राहुल की मां का नाम पुष्पा द्रविड़ है। राहुल द्रविड़ का एक छोटा भाई भी है जिनका नाम विजय द्रविड़ है।
शिक्षा
राहुल द्रविड़ का जन्म भले ही मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में हुआ लेकिन उनका बचपन कर्नाटक के बैंगलौर शहर में बीता। राहुल द्रविड़ हिंदी और अंग्रेजी के साथ-साथ मराठी और कन्नड़ भाषा में भी पारंगत हैं। राहुल द्रविड़ की प्रारंभिक शिक्षा सेंट जोसेफ हाईस्कूल बैंगलोर से हुई। यहीं पर उनके दोस्तों ने उन्हें ‘जेमी’ नाम दिया था। इसके बाद राहुल द्रविड़ ने बैंगलोर के ही सेंट जोसेफ कॉलेज ऑफ कामर्स से स्नातक की डिग्री हासिल की।
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राहुल द्रविड़ का वैवाहिक जीवन
नागपुर की डॉक्टर विजेता पेंढारकर से राहुल द्रविड़ ने साल 2003 में शादी की थी। जानकारी के मुताबिक, राहुल द्रविड़ और विजेता पेंढारकर की शादी महाराष्ट्रीयन रीति-रिवाजों से हुई थी। वहीं इसके बाद 11 अक्टूबर 2005 के दिन राहुल द्रविड़ के घर एक और खुशी आई। इसी दिन उनके बड़े बेटे समित द्रविड़ का जन्म हुआ था। इसके बाद 27 अप्रैल 2009 के दिन राहुल द्रविड़ की पत्नी विजेता पेंढ़ारकर ने अपने दूसरे बेटे अन्वय को जन्म दिया।
राहुल द्रविड़ का करियर
राहुल द्रविड़ का जीवन परिचय (Rahul Dravid Biography in Hindi) उनके करियर के विषय में बात किए बिना अधूरा ही रहेगा। आइए एक नजर डालते हैं राहुल द्रविड़ के करियर पर…
12 साल की उम्र में थाम लिया बैट
द वॉल राहुल द्रविड़ ने अपने करियर की शुरूआत महज 12 साल की उम्र में ही कर दी थी। दरअसल उन्होंने इसी उम्र में क्रिकेट बैट थाम लिया था, और इस खेल की बारीकियों को सीखने लगे थे। राहुल ने कर्नाटक की तरफ से अंडर 15, अंडर 17 और अंडर 19 टीम का प्रतिनिधित्व भी किया था।
राहुल द्रविड़ को मिला इनका साथ
मिस्टर डिपेंडेबल राहुल द्रविड़ जब एक बार मैच खेल रहे थे तो उन पर पूर्व भारतीय क्रिकेटर केकी तारापोर की नजर पड़ी। इस मैच में राहुल द्रविड़ ने अपनी स्कूल टीम के लिए शतक जड़ा था। इसके साथ ही वह मैच में विकेट कीपिंग भी कर रहे थे। बाद में राहुल द्रविड़ ने केकी तारापोर और कई अन्य पूर्व क्रिकेटर्स के कहने पर विकेट कीपिंग करना छोड़ दिया था। जानकारी के मुताबिक, राहुल द्रविड़ को केकी तारापोर का खूब साथ मिला।
राहुल द्रविड़ का रणजी ट्रॉफी में डेब्यू
साल 1990-91 में राहुल द्रविड़ ने रणजी ट्रॉफी में महाराष्ट्र के खिलाफ मैच से पुणे में डेब्यू किया। इस समय वह बैंगलोर के सेंट जोसेफ कॉलेज ऑफ कॉमर्स से डिग्री की पढ़ाई भी कर रहे थे। इस मैच में वह अनिल कुंबले और जवागल श्रीनाथ के साथ खेले थे। मैच में राहुल द्रविड़ ने 7 पोजीशन पर खेलते हुए 82 रन बनाए थे। बाद में यह मैच ड्रा हुआ था। इसके बाद राहुल द्रविड़ ने साल 1991-92 में अपना पहला पूर्ण सत्र खेला था। इसमें उन्होंने 63.3 के औसत से कुल 380 रन बनाए थे जिसमें 2 शतक भी शामिल थे। इसके बाद राहुल द्रविड़ को दलीप टॉफी और दक्षिणी जोन की टीम में एंट्री मिली थी।
राहुल द्रविड़ का अंतरराष्ट्रीय करियर
मिस्टर डिपेंडेबल राहुल द्रविड़ ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत साल 1996 में श्रीलंका के खिलाफ एकदिवसीय मैच से की थी। यह मैच वर्ल्ड कप के ठीक बाद सिंगापुर में सिंगर कप के लिए खेला गया था। इस मैच में राहुल द्रविड़ को विनोद कांबली की जगह पर चुना गया था। लेकिन अपने पहले विश्वस्तरीय मैच में राहुल द्रविड़ को निराशा हाथ लगी। इसके बाद राहुल द्रविड़ को टीम से हटा दिया गया। इसके बाद इंग्लैंड दौरे के लिए उन्हें एक बाद फिर टीम में चुना गया। इंग्लैंड के खिलाफ हुए दूसरे टेस्ट मैच में राहुल ने पहली पारी में 95 रन बनाए थे। इसके बाद तीसरे टेस्ट मैच की पहली पारी में उन्होंने 84 रन बनाए।
राहुल द्रविड़ का पहला विश्वकप
साल 1998 में न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाले दौरे पर राहुल द्रविड़ को वापस टीम में जगह दी गई। इस दौरे पर उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन किया। इसके बाद साल 1999 में राहुल द्रविड़ को पहला विश्वकप खेलने का मौका मिला। वर्ल्डकप के पहले ही मैच में राहुल द्रविड़ ने शतक लगाया। इसके बाद तीसरे और चौथे मैच में राहुल द्रविड़ ने लगातार शतक मारकर अपने आपको साबित किया। इसी वर्ल्डकप के चौथे मैच में उन्होंने सौरव गांगुली के साथ 358 रनों की हाईएस्ट साझेदारी का वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया था। मैच में गांगुली ने 183 रन और राहुल द्रविड़ ने 145 रन बनाए थे।
सचिन तेंदुलकर के साथ वर्ल्ड रिकॉर्ड पार्टनरशिप
उसी साल राहुल द्रविड़ ने सचिन तेंदुलकर के साथ 331 रनों की वर्ल्ड रिकॉर्ड पार्टनरशिप की थी। इसमें राहुल द्रविड़ ने खुद 153 रन का स्कोर किया था, जो उनका हाईएस्ट स्कोर भी था। वहीं सचिन तेंदुलकर ने मैच में 186 रन बनाए थे।
2001 का ईडन गार्डन टेस्ट मैच
इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी कर 445 रन बनाया था और भारत को 171 रनों पर ऑल आउट कर दिया था। इसके बाद फॉलोऑन खेलते हुए भारत की तरफ से राहुल द्रविड़ ऑस्ट्रेलिया के लिए दीवार बनकर खड़े हो गए। इस मैच में राहुल ने वीवीएस लक्ष्मण के साथ 376 रन की पार्टनरशिप की थी।